अजब प्रदेश की गजब पुलिस बैतूल जिले के एक युवक को सीएम हेल्प लाइन पर पुलिस से चरित्र प्रमाण पत्र मांगना हुआ गुनाह
मध्यप्रदेश - महाराष्ट्र की सीमा से लगे आदिवासी बाहुल्य बैतूल जिले के आठनेर थाना क्षेत्र में आने वाले ग्राम पाढ़ुर्णा के कुंबी समाज के एक बेरोजगार युवक रूपेश देशमुख ने अपने चरित्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था, लेकिन पुलिस ने इसे समय पर जारी नहीं किया। इस देरी से तंग आकर रूपेश देशमुख ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, पुलिस ने बाद में चरित्र प्रमाण पत्र तो जारी किया, लेकिन उसमें एक आपत्तिजनक टिप्पणी जोड़ दी। प्रमाण पत्र में लाल स्याही से लिखा दिया कि आवेदक सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने का आदी है। यह टिप्पणी न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि आम नागरिकों के अधिकारों पर भी सवाल खड़ा करती है। यह प्रमाण पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद आठनेर पुलिस थाना प्रभारी सुश्री बबीता धुर्वे को अभयदान देते हुए आठनेर पुलिस थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक बलराम सरेयाम और आरक्षक विप्लव मरासे को निलंबित कर दिया गया। इस पूरे मामले में जहां एक ओर जिससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर तीखी आलोचना के बाद पुलिस की जग हसाई होने के बाद पीडि़त युवक का प्रमाण पत्र बदला गया है और उसे एक नया प्रमाण पत्र जारी किया गया वहीं दुसरी ओर जबलपुर उच्च न्यायालय में 60 वर्षिय नि:शक्त पत्रकार की अधिमान्यता समाप्त करने के लिए पुलिस द्वारा जो अपराधिक रिकार्ड बताया गया है उसका निर्णय एक मार्च 2025 को आने वाला है।
Comments
Post a Comment